बाल व्यास पंडित वेदांत जी महाराज

आप छह वर्ष की छोटी आयु से ही श्रीरामचरितमानस का अध्ययन कर रहे हैं। आप ऐसे बाल व्यास हैं, जिन पर सात वर्ष की आयु में ही श्रीहनुमानजी की विशेष कृपा हुई और इस अल्प आयु (सात वर्ष) में ही आपको पूरा सुंदरकाण्ड कंठस्थ हो गया। आप अभी से ही अपने सनातन के प्रचार के लिए सतत कथाएं कर रहे हैं, लोगों को अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक कर रहे हैं।

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पहल

बाल व्यास पंडित वेदांत जी महाराज द्वारा पहल

बाल व्यास पंडित वेदांत जी, अल्पायु से ही सनातन तथा संस्कृति के प्रति चिंता करते हैं। यही कारण है कि वह संस्था रामायण रिसर्च काउंसिल के प्रकल्प ‘रामायण मंच’ के लिए श्रीरामचरितमानस की चौपाई का वाचन करते दिखे तो कभी बच्चों में सनातन तथा संस्कृति के प्रति जागरूकता कैसे आए, इस पर अपना विचार प्रस्तुत करते दिखे।

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    आप छह वर्ष की छोटी आयु से ही श्रीरामचरितमानस का अध्ययन कर रहे हैं। आप ऐसे बाल व्यास हैं, जिन पर सात वर्ष की आयु में ही श्रीहनुमानजी की विशेष कृपा हुई और इस अल्प आयु (सात वर्ष) में ही आपको पूरा सुंदरकाण्ड कंठस्थ हो गया।